
छत्तीसगढ़ में महाजनपद काल
- छठवी शताब्दी ईसा पूर्व से ही भारत का व्यवस्थित इतिहास मिलता है।
- छठवी शताब्दी ईसा पूर्व में भारत को 16 महाजनपदों में विभाजित किया गया था।
- छठवी शताब्दी ईसा पूर्व काल में छत्तीसगढ़ चेदि महाजनपद के अंतर्गत शामिल था। चेदि महाजनपद की राजधानी शक्तिमती थी।
- चेदि महाजनपद के अंतर्गत शामिल होने के कारण छत्तीसगढ़ को चेदिसगढ़ भी कहा जाता था। छत्तीसगढ़ नाम इसी का अपभ्रंश माना जाता है।
- चेदिसगढ़ की जानकारी जैन साहित्य भगवती सूत्र में मिलता है।
- छत्तीसगढ़ का वर्तमान क्षेत्र दक्षिण कोसल नाम से एक पृथक प्रशासनिक इकाई था।
- मौर्यकाल से पूर्व के सिक्को की प्राप्ति से इस अवधारणा की पुष्टि होती है।
- डॉ हीरालाल के अनुसार भी छत्तीसगढ़ चेदि महाजनपद का भाग था। इनके अनुसार छत्तीसगढ़ शब्द चेदिसगढ़ का अपभ्रंश है।
- जी.वी. पेलगर के अनुसार मगध महाजनपद के राजा जरासंघ के अत्याचार से दुखी होकर छत्तीस घर इस प्रदेश में आकर रहने लगे। फिर वक्त के साथ यही छत्त्तीस घर “छत्तीसगढ़” रूपांतरित हुआ।