पद्म विभूषण पद्म विभूषण सम्मान Padma Vibhushan Award Padma Vibhushan Purskar In Hindi

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पद्म विभूषण सम्मान


Padma Vibhushan Purskar In Hindi


  • पद्म विभूषण सम्मान: भारत का दूसरा सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार

    भारत विविधताओं से भरा हुआ एक महान देश है, जहां अनेक क्षेत्रों में असाधारण योगदान देने वाले व्यक्तियों को विशेष सम्मान दिया जाता है। इन्हीं सम्मानों में से एक है पद्म विभूषण सम्मान, जो देश का दूसरा सबसे बड़ा नागरिक पुरस्कार है। यह सम्मान न केवल पुरस्कार प्राप्तकर्ता की प्रतिष्ठा को ऊँचाई प्रदान करता है, बल्कि समाज और राष्ट्र को प्रेरणा भी देता है। इस ब्लॉग पोस्ट में हम पद्म विभूषण सम्मान के इतिहास, उद्देश्य, प्रक्रिया, चयन मानदंड और कुछ प्रमुख पुरस्कार विजेताओं की जानकारी देंगे।


    पद्म पुरस्कारों का परिचय

    भारत सरकार तीन प्रमुख नागरिक पुरस्कार प्रदान करती है:

  • भारत रत्न – सर्वोच्च नागरिक सम्मान

  • पद्म विभूषण – दूसरा सर्वोच्च सम्मान

  • पद्म भूषण और पद्म श्री – क्रमशः तीसरे और चौथे स्थान पर

इन पुरस्कारों की शुरुआत 1954 में की गई थी। इनका उद्देश्य है उन लोगों को पहचान देना जिन्होंने कला, साहित्य, शिक्षा, विज्ञान, खेल, उद्योग, चिकित्सा, समाज सेवा, सार्वजनिक जीवन आदि क्षेत्रों में असाधारण योगदान दिया हो।


पद्म विभूषण क्या है?

पद्म विभूषण भारत सरकार द्वारा दिया जाने वाला दूसरा सबसे बड़ा नागरिक सम्मान है। यह पुरस्कार ऐसे व्यक्तियों को दिया जाता है जिन्होंने किसी क्षेत्र में असाधारण और विशिष्ट सेवा (Exceptional and Distinguished Service) दी हो। यह सेवा जीवन के किसी भी क्षेत्र में हो सकती है – चाहे वह सरकारी हो या गैर-सरकारी।


पद्म विभूषण  इतिहास और स्थापना

  • स्थापना वर्ष: 2 जनवरी 1954

  • स्थापक: भारत सरकार

  • पहली बार प्रदान किया गया: वर्ष 1954 में

  • प्रारंभिक वर्गीकरण: शुरुआत में इसे तीन श्रेणियों में विभाजित किया गया था — Pahela Warg, Dusra Warg, Tisra Warg, जिन्हें बाद में क्रमशः पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्म श्री में बदल दिया गया।


पुरस्कार स्वरूप

पद्म विभूषण सम्मान में निम्नलिखित चीजें प्रदान की जाती हैं:

  • एक पदक (Padma medallion)

  • एक प्रशस्ति पत्र (Citation)

  • कोई नकद इनाम नहीं होता

  • यह सम्मान राष्ट्रपति द्वारा प्रदान किया जाता है

  • सम्मान प्राप्त व्यक्ति को भारत सरकार द्वारा आयोजित एक विशेष समारोह में आमंत्रित किया जाता है, जो प्रायः राष्ट्रपति भवन में आयोजित होता है


पद्म विभूषण  चयन प्रक्रिया

1. नामांकन प्रक्रिया

  • कोई भी व्यक्ति किसी के नाम की सिफारिश कर सकता है — यहाँ तक कि स्वयं के लिए भी।

  • नामांकन ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से किया जाता है।

  • प्रत्येक वर्ष 1 मई से 15 सितंबर तक नामांकन आमंत्रित किए जाते हैं।

2. जांच और मूल्यांकन

  • नामांकनों की समीक्षा एक पद्म पुरस्कार समिति द्वारा की जाती है।

  • इस समिति में कैबिनेट सचिव, गृह सचिव, प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव, और अन्य विशिष्ट सदस्य शामिल होते हैं।

3. मंजूरी और घोषणा

  • अंतिम चयन को प्रधानमंत्री की सलाह पर राष्ट्रपति द्वारा मंजूरी दी जाती है।

  • हर वर्ष 26 जनवरी (गणतंत्र दिवस) को पुरस्कार विजेताओं के नामों की घोषणा की जाती है।


कौन पात्र है?

पात्र व्यक्ति:

  • भारत के नागरिक

  • विदेशी नागरिक (गैर-भारतीयों को भी यह सम्मान दिया जा सकता है)

  • प्रवासी भारतीय, भारतीय मूल के व्यक्ति और भारत में जन्मे विदेशी नागरिक

अपात्र व्यक्ति:

  • सरकारी कर्मचारी जो नियमित सेवाओं के तहत कार्यरत हैं (कुछ अपवादों को छोड़कर, जैसे डॉक्टर, वैज्ञानिक आदि)


पुरस्कार मिलने वाले प्रमुख क्षेत्र

पद्म विभूषण सम्मान विभिन्न क्षेत्रों में योगदान देने वाले व्यक्तियों को प्रदान किया जाता है, जैसे:

  • कला (संगीत, नृत्य, चित्रकला, रंगमंच आदि)

  • साहित्य और शिक्षा

  • विज्ञान और अभियांत्रिकी

  • चिकित्सा

  • सार्वजनिक कार्य

  • सामाजिक कार्य

  • सिविल सेवा

  • खेल

  • उद्योग और व्यापार

  • सpritualism (आध्यात्म)

  • विदेशी मामलों में योगदान


कुछ प्रमुख पद्म विभूषण प्राप्तकर्ता

यहां कुछ ऐसे व्यक्तियों की सूची है जिन्हें पद्म विभूषण सम्मान से नवाजा गया:

वर्षनामक्षेत्र
1954सी. वी. रमनभौतिकी (विज्ञान)
1955वल्लभभाई पटेलसार्वजनिक सेवा (मरणोपरांत)
1967मदर टेरेसासमाज सेवा
1976सत्यजीत रेसिनेमा
1992अमर्त्य सेनअर्थशास्त्र
1998लता मंगेशकरसंगीत
2007ए. पी. जे. अब्दुल कलामविज्ञान/जन सेवा
2021शिन्जो आबेविदेश नीति (जापान के पूर्व प्रधानमंत्री)
2023सुमित्रा महाजनसार्वजनिक जीवन
2024एम. एफ. हुसैनचित्रकला (मरणोपरांत) 



पुरस्कार की विशेषताएँ

  1. गैर-राजनीतिक प्रकृति: यह पुरस्कार किसी भी राजनीतिक संबद्धता से परे होता है।

  2. कठोर चयन प्रक्रिया: एक पारदर्शी और गंभीर प्रक्रिया द्वारा चयन किया जाता है।

  3. प्रेरणा का स्रोत: यह सम्मान युवाओं को देश और समाज के लिए योगदान देने के लिए प्रेरित करता है।

  4. राष्ट्रीय एकता को बढ़ावा: विभिन्न क्षेत्रों, जातियों और समुदायों से आने वाले लोगों को समान रूप से सम्मानित किया जाता है।


पुरस्कार से जुड़ी कुछ आलोचनाएं

हालांकि यह एक प्रतिष्ठित पुरस्कार है, लेकिन समय-समय पर इसके चयन को लेकर विवाद भी हुए हैं:

  • राजनीतिक हस्तक्षेप के आरोप

  • कुछ बार योग्य उम्मीदवारों की अनदेखी

  • मरणोपरांत सम्मान देने पर देरी की आलोचना

इन सबके बावजूद, पद्म विभूषण अब भी समाज में एक प्रतिष्ठित और प्रेरणादायक पुरस्कार बना हुआ है।


निष्कर्ष

पद्म विभूषण सम्मान केवल एक पुरस्कार नहीं है, यह उन महान व्यक्तियों की मान्यता है जिन्होंने समाज, राष्ट्र और मानवता के लिए उल्लेखनीय योगदान दिया है। यह न केवल उनके कार्यों का सम्मान है, बल्कि एक संदेश है कि यदि आप ईमानदारी और समर्पण से कार्य करें, तो समाज और राष्ट्र आपको जरूर सराहेगा।

हर वर्ष जब यह पुरस्कार घोषित होते हैं, तो नए चेहरों की कहानियां प्रेरणा बन जाती हैं। ऐसे में यह जरूरी है कि हम इन कहानियों को जाने, समझें और उनसे प्रेरणा लें। अगर हम सभी अपने-अपने क्षेत्र में श्रेष्ठता की ओर अग्रसर हों, तो एक दिन हम भी किसी पुरस्कार के नहीं, बल्कि समाज की सच्ची सेवा के अधिकारी बन सकते हैं।




पद्म विभूषण पदक 

  • पद्म विभूषण सम्मान Padma Vibhushan Award

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