छत्तीसगढ़ में पर्वत द्वारक वंश
Parwat Dwarak Dynasty in Chhattisgarh
छत्तीसगढ़ में पर्वत द्वारक वंश छत्तीसगढ़ का इतिहास
- पर्वत द्वारक वंश का शासन काल 5वीं शताब्दी के आस-पास शासन किया।
- पर्वत द्वारक वंश के शासक स्तम्भश्वरी देवी के उपासक थे।
- पर्वत द्वारक वंश का शासन छत्तीसगढ़ के गरियाबंद क्षेत्र में था।
- पर्वत द्वारक वंश के प्रथम शासक सोमन्नराज को माना जाता है।
- सोमन्नराज ने अपनी माता कौस्तुभेश्वरी देवी के बीमार पड़ जाने पर देवभोग ग्राम को दान दिया था।
- पर्वत द्वारक वंश के दुसरा शासक तुष्टिकर थे। तुष्टिकर के तेरासिंघा ताम्रपत्र तेल नदी घाटी से प्राप्त हुई है। जिसमे दो शासको के बारे में जानकारी मिलती है।
- लोक मान्यता है की देवभोग का चावल भगवान जगन्ननाथ के भोग के लिए जगन्नाथ पुरी भेजा जाता था। इसिलए इस क्षेत्र का नाम देवभोग हो गया।
*************************************➦ नोट - इस पेज पर आगे और भी जानकारियां अपडेट की जायेगी, उपरोक्त जानकारियों के संकलन में पर्याप्त सावधानी रखी गयी है फिर भी किसी प्रकार की त्रुटि अथवा संदेह की स्थिति में स्वयं किताबों में खोजें तथा फ़ीडबैक/कमेंट के माध्यम से हमें भी सूचित करें।
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